tag:blogger.com,1999:blog-7365709543948710264.post8639981029019135759..comments2023-04-17T17:03:19.920+02:00Comments on Svensk poesi: सर्वोत्तम: कारिन बुवेएअनुपमा पाठकhttp://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-7365709543948710264.post-37928627194108268122013-01-14T18:40:10.825+01:002013-01-14T18:40:10.825+01:00✿♥❀♥❁•*¨✿❀❁•*¨✫♥
♥सादर वंदे मातरम् !♥
♥✫¨*•❁❀✿¨*•❁...<b> </b> <br /><b> </b> <br />✿♥❀♥❁•*¨✿❀❁•*¨✫♥<b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.in/" rel="nofollow"><br />♥सादर वंदे मातरम् !♥<br /></a></b>♥✫¨*•❁❀✿¨*•❁♥❀♥✿<br /><b> </b> <br /><b> </b> <br /><b> हमारे पास जो सर्वोत्तम है,<br />उसे दिया नहीं जा सकता,<br />उसे कहा नहीं जा सकता,<br />और न ही उसे लिखा जा सकता है.<br /> </b> <br /><b> </b> सुंदर अनुवाद कर्म !<br /><b> आदरणीया अनुपमा पाठक जी </b><br /><b> </b> <br /><b> </b> <b> </b><br /><br /><b>हार्दिक मंगलकामनाएं …<br />लोहड़ी एवं मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर !</b> <br />राजेन्द्र स्वर्णकार <br />✿◥◤✿✿◥◤✿◥◤✿✿◥◤✿◥◤✿✿◥◤✿◥◤✿✿◥◤✿<br /><b> </b> <br /><b> </b>Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7365709543948710264.post-57897144101250806052012-12-12T18:10:41.380+01:002012-12-12T18:10:41.380+01:00आपकी बहुत दिनों से कोई रचना नहीं दिख रही। आप ब्लाग...आपकी बहुत दिनों से कोई रचना नहीं दिख रही। आप ब्लाग जगत में अमूल्य योगदान दे रही हैं कृपया इसे डिसकन्टीन्यु न कीजिए।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7365709543948710264.post-88813317065589543232012-09-15T07:13:13.061+02:002012-09-15T07:13:13.061+02:00वाह!वाह!ktheLeo (कुश शर्मा)https://www.blogger.com/profile/03513135076786476974noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7365709543948710264.post-1132325461501877452012-08-06T13:19:27.342+02:002012-08-06T13:19:27.342+02:00आपके मन की सर्वोत्तम बात
अपवित्र नहीं की जा सकती.
...आपके मन की सर्वोत्तम बात<br />अपवित्र नहीं की जा सकती.<br />वह चमकती है गहरे वहां भीतर<br />आपके लिए और केवल ईश्वर के लिए.<br /><br />बिलकुल सच्ची बात । <br /><br />सादरYashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.com