Friday, April 27, 2012

आप अकेले नहीं हैं: कार्ल योनस लोव एल्मक्विस्त

कार्ल योनस लोव एल्मक्विस्त की एक कविता
(अनुवाद: अनुपमा पाठक)

अगर हज़ार सितारों के बीच
कोई एक भी आपको देख रहा है,
तो उस सितारे की राय पर विश्वास करिए,
विश्वास करिए उसकी आँखों की चमक पर.

आप अकेले नहीं हैं.
सितारों के हज़ार दोस्त हैं;
और वे सभी आपको देखते हैं,
देखिये उन्हें उनकी ख़ातिर.

ख़ुश हैं आप और ख़ुशकिस्मत भी.
आकाश है आपके साथ इस शाम.

Du går icke ensam

Om bland tusen stjärnor
någon enda ser på dig,
tro på den stjärnans mening,
tro hennes ögas glans.

Du går icke ensam.
Stjärnan har tusen vänner;
alla på dig de skåda,
skåda för hennes skull.

Lycklig du är och säll.
Himlen dig har i kväll.

-Carl Jonas Love Almqvist

3 comments:

  1. वाह, हम जरूर खुशकिस्मत हैं, यह कविता पढ़कर.
    आभार आपका!!

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  2. Nice!Great that we are not alone!A reassuring thought for all those who have none to look forward to!

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  3. अनुपमा पाठक जी आपकी अनुवाद की हुई कविताओं को पढ़ा, बहुत उम्दा काम किया है आपने, सुन्दर अनुवाद,और भावाभिव्यक्ति, आपका शुक्रिया की आपने हमें प्रदेश की कविताओं को जानने समझने का मौका दिया....

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