Tuesday, August 4, 2015

अंत्यपदी: जैक्स वैरूप

जैक्स वैरूप की एक कविता
(अनुवाद: अनुपमा पाठक)

मैं तुमसे गुज़र चुका हूँ.
मैं तुम्हें कभी नहीं खो सकता.

Envoi

Jag har varit med om dig.
Jag kan aldrig förlora dig.

- Jacques Werup

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