Saturday, February 11, 2012

तुम दुनिया फिर से नहीं बना सकते: स्तिग डगेर्मन

स्तिग डगेर्मन की एक कविता
(अनुवाद: अनुपमा पाठक)

तुम दुनिया फिर से नहीं बना सकते.
अपनी आत्मा में उठने वाले तूफ़ान को शांत करो!
केवल एक काम तुम कर सकते हो:
अपना हाथ बढ़ा सकते हो एक टूटे हुए इंसान की मदद के लिए.

लेकिन यह, मेरे दोस्त, पर्याप्त से भी इतना अधिक है
कि तारे स्वयं मुस्कुराते हैं.
भूख से व्याकुल मनुष्यों में से एक की भूख का समाधान
अर्थात एक भाई हमने प्राप्त कर लिया.


Jorden kan du inte göra om

Jorden kan du inte göra om.
Stilla din häftiga själ!
Endast en sak kan du göra:
en annan människa väl.

Men detta är redan så mycket
att själva stjärnorna ler.
En hungrande Människa mindre
betyder en broder mer.

-Stig Dagerman

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