Tuesday, July 31, 2012

इस तरह: योरान ग्रेइदर

योरान ग्रेइदर की एक कविता
(अनुवाद: अनुपमा पाठक)


इस तरह जीवित रहता हूँ मैं
सौंपे गए अनुभवों
के आधार पर,
स्वयं अपने, या औरों के,
इससे कोई विशेष
अंतर नहीं पड़ता.



Så lever jag, genom
erfarenheterna jag
anförtros,
mina egna, andras,
det spelar ingen
större roll.

-Göran Greider

2 comments:

  1. बढ़िया कविता ...

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  2. बहुत बेहतरीन कविता ..मेरे होने से सब कुछ है दुनिया में /मेरे बाद ये दुनिया कहाँ होगी ..यह विचार आया अभी आका आभार इस प्रस्तुति के लिए

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